हां तो दोस्तों आपका ये ही सवाल है Mathura Mein Ghumne Ki Jagah इसकी बात तो हम आगे करेंगे पहले ये जान ले की हिन्दू धर्म में मथुरा और वृंदावन सुन के लोगो की जुबान पर प्यारे नाम आ जाता है क्योकि उधर की मीठी बोली तो हिंदुस्तान में सबको पसंद है इसलिए ये भारत में पवित्र राज्य मन जाता है क्योंकि हमारे भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म भी इसी इसी राज्य में हुआ था इसलिए लोग भी आज की डेट में कृष्ण नगरी भी कहते है और इधर मंदिर इतने ज्यादा है की अगर आप उधर जाते हो तो काम से काम आपको 1 महीने तो लग जायेगा पुरे मंदिर घूमने में और मथुरा में जो नज़ारा है वो बेहत ही शानदार बनाया गया है | इसी खूबसूरती को देखते है हुए आप उधर प्रेम मंदिर भी घूमेंगे जो की पुरे भारत में जाना जाता है इस मंदिर में शांति और सुकून जैसी फीलिंग आएगी तो उम्मीद है अब आपके दिमाग में ये सवाल नहीं रहेगा कि “Mathura mein ghumne ki jagah” अगर सवाल है भी तो आइए देखते है और अच्छी जगह |
मथुरा क्यों जाएं और mathura mein ghumne ki jagah?
सबसे पहली बात की ये हमारे भगवान श्री कृष्ण जी की जन्म भूमि है जिसे देखने के लिए और घूमने के लिए लोग हमेशा तैयार होते है और हमारे हिंदू धर्म के पहला राज्य माना जाता है | और जब आप मथुरा घूमने जाएंगे तो सबसे यदा जो चीज़ आपको देखने को मिलेगी वो मिलगी मथुरा की सबसे पुराने और मंदिर और किले जो की मथुरा की खूबसूरती को दिखते है | होली के समय अगर mathura गए होंगे तो आप को पता होगा मथुरा जैसी holi पुरे हिंदुस्तान में नहीं खेली जाती मथुरा जैसी होली पूरी दुनिया में सबसे अच्छी होली मनाई जाती है जिधर लोग रंग में लिपटे हुए होली खेलते है | आप मथुरा जाने की सोच रहे और आप दिल्ली से है या कहीं से भी है तो आप new delhi railway से आपको ट्रेन मिल जाएगी जो आपको 2 घंटे में मथुरा पहुंचा देगी यदि आप धार्मिक आस्था रखते हैं या ऐतिहासिक स्थलों में रुचि रखते हैं, तो Mathura Mein Ghumne Ki Jagah ढूंढने के लिए यह शहर सबसे बेहतरीन है। मथुरा में घूमने की बेहतरीन जगहें
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर
इस मंदिर बहुत सुरक्षित से रखा गया क्योकि ये पहली निशानी है भगवानी श्री कृष्ण जी की इस लिए इस जगह को काश मन जाता हिअ और ये रेलवे के थोड़ा पास में है | जनम स्थान पर कृष्ण भगवान से जुड़ी यदि मौजूद है की वह अपने टाइम पर कोनसी गली घुमा करते थे और कोनसी जगह उनको अच्छी लगती है वो सब जनम भूमि में आपको देखने को मिलेगी |
द्वारकाधीश मंदिर
यह मंदिर भगवान कृष्ण के द्वारका के राजा बनने के बाद की गाथा को दर्शाता है। इस मंदिर में आप भगवान श्री कृष्ण जी की खूबसूरती मूर्ति देखने को मिलेगी जो पूरी तरह से हाथो से बनायी गयी है इसकी जो चमक है अगर आ रात में घूमने जाते हो तो जब आपको मूर्ति की चमक देखने को मिलेगी | और इस मंदिर में आपको झूला झूलने को मिलेगा जब भगवान कृष्ण जी अपने टाइम पर श्री राधा जी के साथ झूला करते थे और जब आप जाए तो अपने सामान को अच्छे से पकड़ ले क्योकि इधर बंदरो को संख्या ज्यादा है और उनकी नज़र आपके शमन पर रहती है लेकिन धरने के कोई बात नहीं सामान तो आपको मिल जायेगा लेकिन बदले में आपको उस बन्दर को 2 फ्रूटी देनी पड़ेगी |
प्रेम मंदिर
अगर आप इस मंदिर का अच्छा मजा लेना चाहते हो तो आप दिन में उधर ना जाये क्योकि दिन में सिर्फ सिंपल लगता है लेकिन असली मजा तो रात में आता है इस मंदिर को देखने का क्योंकि रात में इस मंदिर में रंग विरनगी रौशनी देखने को मिलती है जिससे ये मंदिर और खूबसूरत और चमकदार लगता है और जिस पत्थर से बना है उसका नाम है संगमरमर वाइट और चमकदार पत्थर से बना हुआ है |
गोवर्धन पर्वत
मथुरा से कुछ किलोमीटर दूर स्थित यह पर्वत भगवान कृष्ण की महान लीलाओं में से एक का गवाह है।
- मान्यता है कि श्रीकृष्ण ने इस पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर गांववासियों को इंद्र देव के प्रकोप से बचाया था।
- यहां लोग 21 किलोमीटर की परिक्रमा लगाते हैं, जिसे धार्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है।
- पर्वत के आसपास कई धार्मिक स्थल भी हैं, जैसे राधा कुंड और मानसी गंगा।
मथुरा जाने का सबसे अच्छा समय
मथुरा किसी भी समय जाया जा सकता है, लेकिन कुछ खास मौसम और त्योहारों के दौरान यहां का अनुभव और भी यादगार बन जाता है।
- अक्टूबर से मार्च: इस दौरान मौसम ठंडा और सुहावना रहता है, जिससे यात्रा आरामदायक हो जाती है।
- होली और जन्माष्टमी: अगर आप रंगों और भक्ति से भरा अनुभव चाहते हैं, तो इन त्योहारों के समय मथुरा जरूर जाएं।
कैसे पहुंचे और कैसे पता करे Mathura Mein Ghumne Ki Jagah ?
मथुरा भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। दोस्तों मथुरा दिल्ली, आगरा, जयपुर, अलीगढ इन सभी राज्य के पास में है जो की आप ट्रैन पकड़ कर आसानी से आ सकते हो और आपको पुचने में ज्यादा टाइम भी नहीं लगेगा है और अगर आप उससे भी पास में रहते है तो आप बाइक से जा सकते है | नहीं तो हर जगह से से आपको बस के सर्विस तो मिल ही जाएगी क्योंकि मथुरा में सभी जगह से बस आती है इसलिए आप बस से भी आसानी से आ सकते है |
मथुरा में खाने-पीने की चीजें
मथुरा का खान-पान यहां की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को दर्शाता है।
- मथुरा के पेड़े: यह मिठाई देशभर में प्रसिद्ध है।
- कचौड़ी और आलू पूरी: यह नाश्ता मथुरा की गलियों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।
- लस्सी और ठंडाई: गर्मी के मौसम में यह पेय बहुत ताजगी देता है |
मथुरा यात्रा के लिए जरूरी टिप्स
मथुरा की यात्रा को और भी आनंददायक बनाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सतर्क रहें और अपने सामान का ध्यान रखें।
- यमुना नदी के घाटों पर सावधानी से घूमें और गाइड की सलाह लें।
निष्कर्ष
आज आपको मालूम चल गया होगा की Mathura Mein Ghumne Ki Jagah घूमने के लिए तो मथुरा में जगह काम नहीं आपका टाइम काम पढ़ जायेगा लेकिन जगह तो काम नहीं होगी इस लिए मथुरा की खूबसूरती हमेशा बानी रहती है और पुराने किले और मंदिर घूमना चाहते है तो एक बार जरूर जाये कृष्ण भगवन की नगरी में और देख कर आये उधर कितनी शांति है |