BEMS course details in hindi, Eligibility, Duration | 2025

BEMS कोर्स जानने से पहले जानते है इसकी फुल फॉर्म के बारे में (Bachelor of Naturopathy and Yogic Science) यह एक प्रचलित स्नातक कोर्स है जो प्राकृतिक चिकित्सा, योग और वैकल्पिक चिकित्सा विधियों पर आधारित है। इस कोर्स में कॉलेज और स्कूल के विद्यार्थियों को शरीर के प्राकृतिक उपचार के बारे में गहन ज्ञान प्रदान करता है और बताया जाता है कि कैसे हम बीमारियों की दवा बना सकते है | 

यह कोर्स पूरी तरह से 4 से 5 साल का है इस लेख में, हम आपको BEMS course details in Hindi प्रदान करेंगे, जिसमें इसके प्रवेश की योग्यता, पाठ्यक्रम, करियर अवसर और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।

BEMS Course क्या है? (What is BEMS Course?)

BSMS यानि BEMS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Science) कोर्स है जो की योग और प्राकृतिक से बना गया है इसमें स्टूडेंट अपना फ्यूचर बनाते है और कई स्टूडेंट कामयाब भी होते है अगर वह अच्छे से इस कोर्स समझते है क्योकि इसमें हमें फिटनेस और प्राकृतिक रूप से अपनी बॉडी को कैसे फिट रख सकते है ये सब सिखाया जाता है जैसे कुछ हर्बल दवाइयाँ, एक्यूप्रेशर की जानकारी का पता होना जरुरी होता है |

कोर्स के चलते ही स्टूडेंट को प्रैक्टिकल रूप से दिखाया जाता है की बोड्डी की बनावट और अंदर की चीजों को दिखा कर समझाया जाता है की हमारे शरीर किस चीज के जरुरत है और इसमें हमे योग और आयुर्वेद जैसी चीजों की जरुरत पढ़ती है जिसे हमारा दिमाग अच्छा और स्वस्थ रहे | 

BEMS Course की योग्यता (Eligibility for BEMS Course)

BEMS कोर्स में आने के लिए आपको ये जानना जरुरी  है की किस पढाई को पूरा करने के बाद हम इस कोर्स के लिए परफेक्ट है बिना जाने कोर्स करना बेकार है |  

शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification)

BEMS कोर्स उन्ही  लोगो के लिए बना है जो क्लास 10th के बाद साइंस से पढ़े है या जीने साइंस के बारे में जानकारी है क्योकि साइंस के जानकारी के बिना BEMS Course करने का कोई मतलव नहीं बनता है और दूसरी बात आपको (Physics, Chemistry, Biology) के साथ पास होना जरुरी है और मार्क्स की बात करे तो 50% होना जरुरी है एक अच्छा फ्यूचर बनाने के लिए | 

BEMS कोर्स Age Limit

BEMS कोर्स में जाने के लिए age की बात करे तो आपकी age 18+ होनी चाहिए अगर आप 18 के हो तो तो apply कर सकते है | 

BEMS Course (Duration of BEMS Course)

BEMS duration 4.5 year की होती है जिसमे स्टूडेंट्स को कोर्स से रिलेटेड सब पढ़ाया जाता है उसके बाद लगता है की स्टूडेंट पढ़ चुके है या उन्हें सब समाज आ गया है उसके बाद उन्हें 1 saal की intern ship पर रखा जाता है ताकि आगे जाकर वह काम अच्छा करे और कही उन्हें की परेशानी न आए इस लिए ये कोर्स 5.5 साल होता है | 

BEMS course details in hindi

कोर्स संरचना (Course Structure)

BEMS कोर्स के पहले 4.5 सालों में छात्रों को प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आयुर्वेद के सिद्धांत, शरीर विज्ञान, रोग विज्ञान, हर्बल उपचार, और विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के बारे में सिखाया जाता है। इसके बाद, अंतिम वर्ष में छात्रों को इंटर्नशिप के रूप में अस्पतालों या क्लीनिक्स में प्रशिक्षण मिलता है, जिससे वे असली जीवन में मरीजों का इलाज कर पाते हैं।

BEMS कोर्स में पढ़े जाने जाने वाले विषय 

BEMS कोर्स में निम्नलिखित मुख्य विषयों का अध्ययन किया जाता है:

  • शरीर रचना और शरीर विज्ञान (Anatomy and Physiology)
  • रोग विज्ञान (Pathology)
  • प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy)
  • योग चिकित्सा (Yoga Therapy)
  • आयुर्वेद (Ayurveda)
  • हर्बल चिकित्सा (Herbal Medicine)
  • जल चिकित्सा (Hydrotherapy)
  • आहार और पोषण (Diet and Nutrition)

ये सभी विषय छात्रों को नैतिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से स्वास्थ्य सुधारने के लिए तैयार करते हैं।

BEMS के बाद करियर के अवसर (Career Opportunities After BEMS)

BEMS कोर्स करने के बाद छात्रों के पास विभिन्न करियर विकल्प होते हैं, जो उन्हें एक संतुष्ट और लाभकारी पेशेवर जीवन प्रदान कर सकते हैं।

नैचरोपैथी डॉक्टर (Naturopathy Doctor)

BEMS कोर्स के बाद, आप नैचरोपैथी डॉक्टर के रूप में काम कर सकते हैं, जो प्राकृतिक चिकित्सा का उपयोग करके रोगों का उपचार करते हैं।

योग चिकित्सक (Yoga Therapist)

आप योग चिकित्सक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं, जहाँ आप रोगियों को योग और ध्यान के माध्यम से उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।

स्वास्थ्य सलाहकार (Health Consultant)

BEMS के बाद, आप स्वास्थ्य सलाहकार के रूप में भी काम कर सकते हैं, जहां आप लोगों को एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए मार्गदर्शन करते हैं।

स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर

BEMS कोर्स के बाद आप अपने स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर को चला सकते हैं और वहाँ योग, प्राकृत चिकित्सा, हर्बल उपचार आदि की सेवाएँ प्रदान कर सकते हैं।

BEMS Course की प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process for BEMS Course)

BEMS कोर्स में प्रवेश के लिए सामान्यत: प्रवेश परीक्षा ली जाती है। विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश के लिए अलग-अलग परीक्षा प्रक्रियाएँ हो सकती हैं।

प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam)

BEMS कोर्स में प्रवेश के लिए Naturopathy and Yoga Entrance Exam जैसी परीक्षा ली जाती है, जिसमें भौतिकी, रसायन शास्त्र, और जीवविज्ञान जैसे विषयों के प्रश्न होते हैं।

काउंसलिंग और दस्तावेज़ सत्यापन

परीक्षा पास करने के बाद, उम्मीदवार को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है, जहां आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच की जाती है और अंत में उन्हें BEMS कोर्स में प्रवेश दिया जाता है।

BEMS और अन्य चिकित्सा कोर्सेस 

BEMS कोर्स का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक चिकित्सा और योग उपचार की शिक्षा देना है, जबकि अन्य चिकित्सा कोर्स जैसे BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) और BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) में आयुर्वेद और होम्योपैथी के सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है।

निष्कर्ष 

BEMS कोर्स एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है यदि आप प्राकृतिक चिकित्सा और योग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। यह कोर्स आपको स्वस्थ जीवनशैली और वेलनेस के क्षेत्र में विशेषज्ञ बनाता है। यदि आप लोगों को प्राकृतिक तरीकों से स्वस्थ जीवन जीने के लिए मार्गदर्शन देने का शौक रखते हैं, तो BEMS कोर्स आपके लिए एक आदर्श चॉइस हो सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

  1. BEMS कोर्स का पूरा नाम क्या है?
  • BEMS का पूरा नाम Bachelor of Naturopathy and Yogic Science है।
  1. BEMS कोर्स में प्रवेश के लिए योग्यता क्या है?
  • उम्मीदवार को 10+2 (PCB) में 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
  1. BEMS कोर्स की अवधि कितनी है?
  • BEMS कोर्स की अवधि 5.5 साल है।
  1. BEMS कोर्स के बाद क्या करियर के अवसर हैं?
  • BEMS के बाद आप नैचरोपैथी डॉक्टर, योग चिकित्सक, स्वास्थ्य सलाहकार, और स्वास्थ्य और वेलनेस सेंटर चला सकते हैं।
  1. BEMS में प्रवेश कैसे प्राप्त करें?
  • BEMS में प्रवेश पाने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी और उसके बाद काउंसलिंग में सम्मिलित होना होगा।

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